अपने मुख्यमंत्री नरेन्द्र मोदीजी महंगाई पर कांग्रेस पर वार ऐसे ही नही करते. वास्तव मे महंगाई उन्हें काफी सता रही है. अब देखिये बुधवारी मे उन्हे अपने साथी मंत्रियों को नाश्ता कराना पडता है. बुध्वारी यानी मंत्रीमंडल की बैठक का दिन. हमारे देश की अतिथी देवो भव की भावना के देक्श्ते हुए कोइ भी मुलाकात चाय नाश्ते के बगैर मुलाकात ही कैसी.
पर इस नाश्ते के लिये पैसे तो देने पडते हैं सरकारी तिजोरी से. उसके लिये सरकारी आदेश भी जरूरी है. नया आदेश निकला है कि अब सरकारी मीटिंग मे एक प्लेट का दाम होगा १८० रुपये. हाल मे यह दाम है ७५ रुपये. अर्थात दाम मे दो गुना से भी अधिक की बढोतरी.
फिलहाल राज्य मे सूखे की स्तिथी को देखते हुए अगर बुधवारी ओफ व्रतवारी बना देते तो एक साथ दो काम हो जाते. एक नये अंदाज के लिये पहली बार के टाईटल वाले समाचार बन जाते और खर्चा भी कम हो जाता. पर मोदीजी तो मोदीजी है, उन्हे कौन भांप सकता है. कब क्या कर डाले ये या तो मोदीजी जाने या राम जाने !!!!
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